“सारी मूर्खताओं और धूर्तताओं के ख़िलाफ़ खड़ा होना हमारा फ़र्ज़ है”
आख़िरी बातचीत : विष्णु खरे से अविनाश मिश्र
आख़िरी बातचीत : विष्णु खरे से अविनाश मिश्र
“आज जब पतन के अजीब और आश्चर्यजनक सिलसिले नजर आ रहे हैं, तब कौन, कहां और कब फिसल जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता. मैं भी इन सिलसिलों से अलग नहीं हूं.”